नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मंगलवार को चंडीगढ़ में दिवंगत आईपीएस वाई पूरन कुमार के परिजनों से मिलने पहुंचे। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस घटना पर गहरा दुख जताया था। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “यह एक दुखद घटना है। वह एक सरकारी अधिकारी हैं और हरियाणा के मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से उन्हें आश्वासन दिया है कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष जाँच शुरू करेंगे और कार्रवाई शुरू करेंगे। उन्होंने यह बात तीन दिन पहले कही थी, लेकिन यह वादा पूरा नहीं हो रहा है। उनकी दोनों बेटियाँ, जिन्होंने अपने पिता को खो दिया है, बहुत दबाव में हैं।” वहीं, कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी ने भी हरियाणा आईपीएस सुसाइड केस की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने कहा कि जातीय प्रताड़ना से परेशान होकर हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या से पूरा देश स्तब्ध है। देश भर में दलितों के खिलाफ जिस तरह अन्याय, अत्याचार, और हिंसा का सिलसिला चल रहा है, वह भयावह है।उन्होंने कहा कि पहले रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि जी की हत्या, फिर मुख्य न्यायाधीश का अपमान, और अब एक वरिष्ठ अधिकारी की आत्महत्या यह साबित करती है कि भाजपा राज दलितों के लिए अभिशाप बन गया है। चाहे कोई आम नागरिक हो या ऊंचे पद पर हो, अगर वह दलित समाज से है तो अन्याय और अमानवीयता उसका पीछा नहीं छोड़ते।जब ऊंचे ओहदे पर बैठे दलितों का यह हाल है तो सोचिए आम दलित समाज किन हालात में जी रहा होगा।
