बीते स्वतंत्रता दिवस पर बॉक्स ऑफिस पर स्त्री 2 खेल खेल में और वेदा के बीच क्लैश देखने को मिला था। तीनों मूवी हॉरर कॉमेडी, कॉमेडी और एक्शन अलग-अलग जॉनर की थीं। लेकिन इसके बावजूद स्त्री 2 को छोड़कर अक्षय कुमार और जॉन अब्राहम की फिल्मों का रिलीज के एक सप्ताह में तेल निकल गया।
सबसे अधिक झटका खेल खेल में की असफलता से लगा है। क्योंकि 5 साल बाद अक्षय की कॉमेडी लीग की मूवीज में वापसी हुई और इसके बाद भी उनकी फिल्म नहीं चली। आइए जानते है कि किन कारणों से खेल खेल में का बॉक्स ऑफिस पर खेल खत्म गया है।
क्लैश ने किया काम तमाम
खास अवसर पर फिल्मों के बीच बॉक्स ऑफिस क्लैश होना आम बात होती है। दो मूवीज की भिड़ंत में तो काम बन जाता है, लेकिन जब तीन मूवीज के बीच क्लैश हो तो मामला गड़बड़ा जाता है। इसका ताजा उदाहरण खेल खेल में के तौर पर लिया जा सकता है।
अगर स्त्री 2 और खेल खेल में के बीच टक्कर होती तो शायद अक्षय कुमार की फिल्म अच्छा प्रदर्शन कर सकती थी। लेकिन वेदा के आने के कारण कहीं न कहीं ऑडियंस का दायरा तीन भाग में बंट गया। बेहतर तब होता कि खेल खेल में 15 अगस्त से हटाकर अलग से रिलीज किया जाता।
स्त्री 2 की आंधी में उड़ गई अक्की की मूवी
खेल खेल में असफलता का एक बड़ा कारण निर्माता दिनेश विजान की हॉरर कॉमेडी मूवी स्त्री 2 का जबरदस्त बज भी रहा है। 6 साल के लंबे इंतजार के बाद फैंस को स्त्री का सीक्वल देखने को मिला है, जिसके लिए वे काफी बेकरार थे। दर्शकों का सारा फोकस स्त्री 2 की तरफ ही चला गया और इसकी आंधी में निर्देशक मुदस्सर अजीज की खेल खेल में गुम होकर रह गई।
कहानी भी निकली रीमेक
अक्षय कुमार की खेल खेल में कोई ओरिजिनल मूवी नहीं है। ये एक इटैलियन फिल्म परफेती स्कोनोशुति का ऑफिशियल रीमेक है। फिल्म की कहानी इतनी अधिक प्रभावशाली नहीं रही, जो फैंस पर अपनी गहरी छाप छोड़ सके। सिर्फ कॉमेडी ही मूवी को सफल नहीं बनाती है, बल्कि उसका स्टोरी प्लॉट भी दर्शकों को लुभाता है।
बड़ी स्टार कास्ट ने किया बेड़ा गर्क
बहुत कम बार देखा जाता है कि लंबी चौड़ी स्टार कास्ट के साथ जब भी कोई फिल्म बनती है तो वो सफलता की गारंटी नहीं मानी जाती है। खेल खेल में अक्षय कुमार के अलावा तापसी पन्नू, वाणी कपूर, प्रज्ञा जायसवाल, एमी विर्क, फरदीन खान और आदित्य सेहल जैसे कलाकार मौजूद रहे। ये सभी फिल्म की कहानी के आधार पर अपने किरदारों को बांधने में नाकाम रहे। कुछ कैरेक्टर्स का स्टीरियोटाइप होना भी इसकी एक बड़ी वजह रही।
अक्षय की बैक टू बैक रिलीज
मानों या मानों लेकिन अक्षय कुमार की एक के बाद एक रिलीज के चलते कहीं न कहीं खेल खेल में का काम तमाम हुआ है। इस साल की ये उनकी तीसरी फिल्म थी और जब पहले से आप बड़े मियां छोटे मियां-सरफिरा जैसी दो बड़ी फ्लॉप देकर आ रहे है तो यकीनन तीसरी के हिट होने के चांस उतने ही कम हो जाते हैं। सरफिरा की रिलीज के एक महीने के अंतराल के बाद अक्की की खेल खेल में आई। फैंस भी अपने पसंदीदा कलाकार को बार-बार बड़े पर्दे पर देखने से शायद बोर भी जाते हैं।