पेड़ की दातुन, नमक, रेत या टूथ पाउडर से दांतों की सही ढंग से सफाई नहीं हो पाती। ये तरीके दांतों के साथ मसूड़ों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। दांतों की सफाई के लिए अल्ट्रा साफ्ट ब्रश का इस्तेमाल जरूरी है। दिन में दो से तीन बार ब्रश करने की आदत डालें। बच्चों को भी यही सिखाएं। ब्रश करने के बाद माउथ वाश से कुल्ला भी करें, इससे दांतों में पीलापन, बदबू व अन्य समस्या भी कम होगी। यह सलाह डेंटल कालेज (एएमयू) के दंत रोग विशेषज्ञ डा. शशांक अग्रवाल ने दी। वह बुधवार को दैनिक जागरण के ‘हेलो डाक्टर’ कार्यक्रम में पाठकों के सवालों का जवाब दे रहे थे। और क्या बताया उन्होंने आप भी जानिए..
मेरे 11 वर्षीय बेटे के आगे के दांत जन्म से ही खाए हुए से आए हैं, जो अब टूट गए, लेकिन अभी तक दोबारा नहीं निकले हैं।
ता करने की जरूरत नहीं। कई बार 12 साल की उम्र के बाद दूसरे दांत निकलते हैं। एक्स-रे से पता चलेगा कि क्या परेशानी है? वायर आर्थोडेंटिक इंट्रजन विधि से नए दांत आ जाते हैं।
शुगर से पीड़ित हूं। मेरी दोनों दाढ़ में दर्द रहता है। दर्द का असर कुछ समय ही रहता है।
– गीता, नगला मसानी।
कई बार नियमित दवा खाने से भी दांढ़ में कीड़ा लग जाता है। ज्यादा दर्द निवारक लेना ठीक नहीं। दांतों की सफाई कराएं। ब्रश के साथ क्लोर हेक्सीडीन युक्त माउथवाश से कुल्ला करें।
मेरी 11 साल की बेटी के दूध के सभी दांत उखड़ गए हैं। दो सामने के रह गए हैं। अब नए दांत आने शुरू हो गए हैं, उनसे कोई परेशानी तो नहीं।
– अमीर अहमद, ऊपर कोर्ट।
यदि केवल दो ही दूध के दांत रह गए हैं तो उन्हें जल्द ही उखड़वा दें। बाद में टूटेंगे तो दांतों के बीच गेपिग रह जाएगी। दांत कमजोर रहेंगे।
करीब दो सप्ताह से दांतों में झनझनाहट है। दांत किड़किड़ाने की आदत भी है मुझे।
– मनीष, सराय हकीम।
कई बार दांत किड़किड़ाने से उनकी परत घिस जाती है, जिसका पता नहीं चलता। दांतों की सफाई के साथ ऐसे माउथ वाश से कुल्ला करें, जिसमें स्टेनस फ्लोराइड व नोवा मीना साल्ट हो।
मेरी अक्ल दाढ़ खोखली हो गई है, दर्द भी रहता है। कोई उपचार बताएं।
– धर्मवीर सिंह, साक्षी विहार।
अक्ल दाढ़ का कोई इस्तेमाल नहीं होता है। इसलिए उसे निकलवाना ही ठीक रहेगा।
मेरे 18 व 21 साल के दो बच्चों के सफाई के बाद दांतों पर पीले रंग की लेयर बन जाती है।
– मो. आरिफ खान, चंदनिया हाउस।
दांतों की ठीक से सफाई न होने के कारण ही उन पर पीले लेयर या गंदगी जमती है। यदि समस्या ज्यादा है तो दिन में तीन बार ब्रश कराएं। अल्ट्रा साफ्ट ब्रश का इस्तेमाल करें। साथ ही माउथ वाश से कुल्ला भी करें।
इन्होंने भी लिया परामर्श
ओजोन सिटी से राकेश कपूर, शक्तिनगर से स्वाति, चंडौस से कन्हैया लाल, छर्रा अड्डा से गीता, वामन नगर सारसौल से रूपेंद्र कुमार, आइटीआइ रोड से सौम्या, बाबू नगर से गीता शर्मा, चंदनिया कंपाउंड से आफरीन खान, गौतम चौराहा से रतिराम शर्मा आदि।