
महाशिवरात्रि के अवसर पर, काशी में पुलिस का पाप, रुद्राक्ष की माला और स्त्री का डंक मारा गया।
वायरल वीडियो में एक पुलिसकर्मी ट्रैक पर रुद्राक्ष की माला बेचते एक बुजुर्ग महिला को ठोकर मारता और अपमानित करता हुआ दिख रहा है। वह जूतों के साथ रुद्राक्ष की माला भी रगड़ रहे हैं। वायरल वीडियो के बाद, जैसे ही मामले ने तूल पकड़ा, पुलिस अधिकारियों ने पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर करने के लिए कहकर उनकी छवि बचाने की कोशिश की है।
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के काशी में महाशिवरात्रि के दिन पुलिस का अमानवीय चेहरा देखा जाता है। गुरुवार को जहां भगवान शिव की नगरी शिवरात्रि के रंग में रंगी नजर आई, वहीं एक पुलिसकर्मी अपने पैरों के नीचे धार्मिक आस्था को रगड़ता नजर आया। वायरल वीडियो में एक पुलिसकर्मी ट्रैक पर रुद्राक्ष की माला बेचते एक बुजुर्ग महिला को ठोकर मारता और अपमानित करता हुआ दिख रहा है। वह जूतों के साथ रुद्राक्ष की माला भी रगड़ रहे हैं। वायरल वीडियो के बाद, जैसे ही मामले ने तूल पकड़ा, पुलिस अधिकारियों ने पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर करने के लिए कहकर उनकी छवि बचाने की कोशिश की है।
जो तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो रही है वह वाराणसी के थाना दशाश्वमेघ के गौडोलिया चौराहे की बताई गई है। तस्वीर में जूता मारने वाला पुलिसकर्मी थाने में गनर प्रभारी है, जिसका नाम सुधीर कुमार है। यहां गश्त के दौरान उन्हें ट्रैक पर एक महिला को रुद्राक्ष की माला बेचते देखा गया। इसने उसे इतना उद्वेलित कर दिया कि उसने रुद्राक्ष की माला का भी सम्मान नहीं किया और जूतों की ठोकर से महिला को अपमानित करना शुरू कर दिया। रुद्राक्ष की माला में लोगों की गहरी आस्था है, लेकिन इसमें ठोकर खाकर, धार्मिक विश्वास को चोट पहुंचाने की कोशिश की गई।
तस्वीर महाशिवरात्रि के दिन सुबह की है। जब यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। इस पर संज्ञान लेते हुए सुधीर कुमार को लाइन में लगा दिया गया। सर्किल ऑफिसर अवधेश कुमार पांडे ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि तस्वीर में दिख रहे सुधीर कुमार के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस की अमानवीयता को दर्शाने वाली फोटो वायरल होने के बाद वर्दीधारी की खबर पर शोसल मीडिया पर जमकर भड़ास निकाली गई। वाराणसी के पुलिसकर्मियों की कार्यशैली पर भी कई सवाल उठे। तस्वीर में, स्थानीय लोगों में जूतों से रुद्राक्ष को मारने की घटना पर रोष की भावना स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही थी। जिसके कारण पुलिसकर्मी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की गई है। हालाँकि, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस घटनाक्रम पर मीडिया से बचते हुए दिखाई दिए।