कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. सीने में तकलीफ की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पश्चिम बंगाल राजभवन की ओर से राज्यपाल के स्वास्थ्य को लेकर यह जानकारी दी गई है. राजभवन के अधिकारियों ने बताया कि सीने में दिक्कतों के चलते गवर्नर आनंद बोस को अस्पताल में एडमिट कराया गया है. डॉक्टरों की टीम उनकी स्थिति पर नजर रखे हुए है. बता दें कि गवर्नर बोस पिछले कुछ दिनों से लगातार दौरे पर रह रहे हैं. वह मुर्शिदाबाद के हिंसाग्रस्त इलाकों में जाकर पीड़ितों से मुलाकात की थी. इससे पहले वह मालदा भी गए थे.
गवर्नर सीवी आनंद बोस के हेल्थ को लेकर राजभवन की ओर से जानकारी दी गई. राजभवन के अधिकारियों ने राज्यपाल बोस के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सीने में दिक्कत के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करायाा गया है. जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि गवर्नर को किस तरह की दिक्कत हुई. गवर्नर डॉ. सीवी आनंद बोस 1977 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. उन्हें 23 नवंबर 2022 को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनाया गया था. उसक बाद से वह वहीं के गवर्नर हैं.
ममता बनर्जी ने की राज्यपाल से मुलाकात
राजभवन के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस को सीने में दर्द की शिकायत के बाद सोमवार को यहां पूर्वी कमान अस्पताल में भर्ती कराया गया. उन्हें सुबह करीब 10 बजे वहां ले जाया गया था. डॉक्टर फिलहाल उनकी स्थिति पर नजर रख रहे हैं और जरूरी जांच के बाद इलाज के अगले चरण पर फैसला लेंगे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जेएसडब्ल्यू के 1600 मेगावाट के बिजली संयंत्र के शिलान्यास समारोह में भाग लेने के लिए पश्चिम मेदिनीपुर के सालबोनी रवाना होने से पहले अस्पताल में बोस से मिलने गईं.
सीने में जकड़न की शिकायत
हावड़ा के डुमुरजोला हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर में सवार होने से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘मैं राज्यपाल से मिलने कमान अस्पताल गई थी, क्योंकि वह बीमार हैं. मैंने अपने मुख्य सचिव को इस संबंध में जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है.’ राजभवन के सीनियर अधिकारी ने बताया कि आनंद बोस ने शनिवार को दंगा प्रभावित मुर्शिदाबाद से लौटने के बाद सीने में जकड़न की शिकायत की थी. बता दें कि वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध में मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़क गई. इसके बाद से गवर्नर आनंद बोस लगातार वहां पर नजर बनाए हुए थे. उन्हें मुर्शिदाबाद हिंसा पर केंद्र को रिपोर्ट भी भेजनी है.