दस दिवसीय उत्तराखंड महोत्सव (9 से 18 नवम्बर तक)-प्रथम दिवस गोमती तट पर उत्तराखंड महोत्सव का भव्य आगाज मुख्य अतिथि श्री जयवीर सिंह, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उ0प्र0 ने किया उद्घाटन

उत्तर प्रदेश उत्तराखंड राज्य लखनऊ शहर

लखनऊ नवंबर 9 , पंडित गोविंद बल्लभ पंत पर्वतीय सांस्कृतिक उपवन, बीरबल साहनी मार्ग में शुरू हो रहे 10 दिवसीय उत्तराखंड महोत्सव में आज उत्तराखंडी परिधानों एवं आभूषणों से सजी संवरी महिलाओं के झोड़े के 30 दलांे ने, अपनी परंपरागत वेशभूषा में ढाल, तलवार, मशकबीन, तुरही, रणसिंह आदि लिए उधांचल कला केन्द्र अल्मोड़ा के छोलिया दल, अन्य और कुमाऊं रेजीमेंट के बैंड ने गोमा तट पर सुरमई शुरूआत से शाम-ए-अवध में चार चांद लगा दिए।
उत्तराखंड महोत्सव का उद्घाटन आज मुख्य अतिथि जयवीर सिंह, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उ0प्र0, विशिष्ट अतिथि श्रीमती सुषमा खर्कवाल, महापौर, श्री ओ0पी0 श्रीवास्तव, विधायक लखनऊ पूर्व, श्री अवनीश अवस्थी, सलाहकार, मुख्यमंत्री उ0प्र0 एवं समारोह अध्यक्षता-प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी, पूर्व सांसद, प्रयागराज एवं मेजर रोहित जोशी द्वारा संयुक्त तत्वाधान में विधि पूर्वक दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर उत्तराखंड महापरिषद के संयोजक दीवान सिंह अधिकारी, अध्यक्ष हरीश चन्द्र पंत, महासचिव भरत सिंह बिष्ट, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मंगल सिंह रावत, महेश चंद्र सिंह रौतेला आदि ने माल्यार्पण, पुष्पगुच्छ एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया तथा दर्शकों ने तालियों बजाकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में अपार जन समूह का अभिवादन स्वीकार करते हुए कहा कि महापरिषद द्वारा आयोजित 10 दिवसीय महोत्सव हेतु बधाई दी तथा इस कार्यक्रम के माध्यम से अनेक प्रांतो की संस्कृति से दर्शकों को रूबरू कराने हेतु महापरिषद की सराहना की ।


उत्तराखण्ड गौरव सम्मान – मुख्य अतिथि द्वारा डॉ0 मंजूबाला (राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित, चम्पावत की प्रधानाचार्या डा0 मंजूबाला को शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा यह सम्मान, त्रिभाषा तकनीक से शिक्षा को सरल बनाने के लिए दिया गया। डा0 मंजूबाला जी उत्तराखण्ड की एक मात्र राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित महिला शिक्षिका) को शिक्षा के क्षेत्र में ‘‘उत्कृष्ठ योगदान, संवेदनशील, दृष्टिकोण और निष्ठापूर्ण कार्य के माध्यम से विधार्थियों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन’’ हेतु उत्तराखण्ड गौरव से नवाजा गया।


सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत वंदना से हुई, धीरे-धीरे गोमती तट की शाम अनेक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से गुलजार हुई। २५० महिलाओं ने गोला कार में एक साथ झोड़े की सुंदर प्रस्तुति से इंद्रधनुषी छटा बिखेर दी। महापरिषद के पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं की टीम कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए तत्परता से लगे हैं।
मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सिंह कनवाल ने बताया कि महोत्सव में स्वदेशी उत्पादों की बहुलता है। संपूर्ण भारतीय समाज की विशेषताओं, खान-पान, वेश-भूषा, स्वदेशी को प्रोत्साहित करने का कार्य महापरिषद महोत्सव के माध्यम से कर रही है।


स्टॉल ‘‘कुले कुल’’ स्टॉल के हस्त निर्मित बुनकारी के अद्भुत उत्पाद हिमाचल और लद्दाख के खरगोश के बिना कटे, कंघे द्वारा प्राप्त बालों से शौल, स्वेटर-बेहद गर्म वह प्राकृतिक, उड़ीसा के आदिवासी समुदाय से प्रीति दास के स्टॉल पर प्राकृतिक रेशम की काजीवरम् साड़ी, प्योरउलन स्वेटर, शॉल, गर्म कपड़े, कश्मीरी शॉल सूट, सदरी आदि तथा स्पेशल धूप-अगरबत्ती, पूजा सामग्री का स्टॉल भी है।


उत्तराखंड के जैविक खाद्य पदार्थ जैसे मुनस्यारी की राजमा, भट्ट की दाल, गहत की दाल, चंपावत के लहसुन, बुरांश के फूल का रस, मूली, गेठी और गडेरी, अल्मोड़ा की सुप्रसिद्ध बाल मिठाई सिंगोड़ी और चॉकलेट उत्तराखंड की ज्वेलरी जैसे नथ, पॉजिये, गलोबन्द, मांग टीका, ब्रह्म कमल टोपी, पिछौडे़, ऐपण व स्टोल आदि कुमाऊं ज्वेलर्स के स्टॉल पर तथा रुड़की से ऊनी कंबल, भदोही के कारपेट, डोरमैट, स्लीपिंग बेड, चीनी मिट्टी के बर्तन पौटरी एवं खान पान के स्टाल आदि के स्टॉल भी हैं।

आज के कार्यक्रम ‘- सुभाष देवराड़ी के नेतृत्व में थराली चमोली से आये कलाकारो ने पाडव पारंपरिक लोक नृत्य, जो महाभारत के प्रसंगों को दर्शाता है। इस नृत्य में ढोल-दमाऊं जैसे पारंपरिक वाद्ययंत्रों की थाप पर कलाकार पांडवों और पौराणिक पात्रों की वेशभूषा में महाभारत की घटनाओं का मंचन करते हैं। यह मनोरंजन के साथ-साथ लोक आस्था, धार्मिक भावना और संस्कृति का प्रतीक है, और इसे अच्छी फसल और गांव की खुशहाली के लिए मनाया जाता है। थराली चमोली से आये कलाकारांे द्वारा अन्य लोक नृत्यों की प्रस्तुतियाँ देकर तालियाँ बटोरी।


नाचेगा भारत के तीन दल – 1.) प्रेम सिंह बिष्ट के नेतृत्व मेंदेवभूमि वृन्दावन जन सरोकार समिति, पीजीआई वृन्दावन – 2.) रेनू काण्डपाल के नेतृत्व में कुर्मांचल नगर एवं 3.) रीना श्रीवास्तव के नेतृत्व में नृत्य डांस अकादमी ने अपने नृत्यों से दर्शको का मनोरंजन किया।
डांस उत्तराखण्ड डांस, सीजन-4 के 3 दलांे की प्रस्तुति:-1.) माया बिष्ट के निर्देशन में बृह्म कमल सांस्कृतिक एवं सामाजिक समिति 2. हेमा बिष्ट के निर्देशन में आर्ट एण्ड कल्चरल ग्रुप, शिवानी विहार एवं 3) रीमा वाणगी के निर्देशन में देवभूमि जनसरोकार समिति गोमतीनगर ने अपने नृत्यों से दर्शकों का मनोरंजन किया।
कल के कार्यक्रम:- 02 से 05 बजे तक – छोलिया नृत्य-संस्कृति विभाग, देहरादून उत्तराखण्ड के सहयोग से उधांचल कला केन्द्र, अल्मोडा संस्कार से सनातन श्री प्रमोद चन्द्र तिवारी के नेतृत्व मे सच्चे प्रेम की सच्ची अभिव्यक्ति मातृ पूजन , घर मोरे परदेषिया $घूमर-श्रेयासी पाण्डेय का नृत्य एवं सूफी कथक सुमित सिंह द्वारा पहाड़ी मिक्स नृत्य -दिव्याशी एवं रूद्राक्षी भट्ट फैट टू फिट (वूमेन फिटनेस एण्ड डांस अकादमी) की तृप्ति गुप्ता के नेतृत्व में-भोला शम्भो, राधा कैसे ना जले, अई गिरिनन्दिनी, पहाड़़ी नृत्य- राधा साहू।


कल के कार्यक्रम:- 05 बजे से रात्रि 10ः00 बजे तक – उत्तराखण्ड जन कल्याण समिति, विकास नगर- श्रीमती देवकी बोरा के नेतृत्व में सामान्य झोड़ा। संस्कृति विभाग, देहरादून उत्तराखण्ड के सहयोग से हंसा नृत्य नाटय कला विकास सोसायटी, देहरादून, गढ़वाल के दल द्वारा श्रीमती इन्दू भट्ट ममगई के नेतृत्व में गढ़वाल का प्रसिद्ध घसियारी व छपेली नृत्य की प्रस्तुति। झोड़ा प्रतियोगिता के 5 दलों की प्रस्तुति- 1. नया सवेरा फाउण्डेशन नील मत्था – नेतृत्व श्रीमती पिंकी नौटियाल, 2.उत्तराखण्ड जन कल्याण समिति, विकास नगर- नेतृत्व श्रीमती हेमा तिवारी 3. देवभूमि वृन्दावन जनसरोकार समिति, पीजीआई वृन्दावन क्षेत्र- नेतृत्व श्री प्रेम सिंह बिष्ट 4.बृह्म कमल सांस्कृतिक एवं सामाजिक समिति इन्दिरानगर विस्तार- नेतृत्व माया बिष्ट। 5. सुगामऊ – नेतृत्व सविता बिष्ट संस्कृति विभाग, देहरादून उत्तराखण्ड सरकार के सहयोग से आए दलोें की प्रस्तुति।
श्री सुरेन्द्र राजेश्वरी के संचालन मंे वॉयस ऑफ उत्तराखण्ड में 4 गायकों की छपेली की प्रस्तुति- श्री जगत सिंह धपोला, श्री लक्ष्मण सिंह मर्तोलिया, श्री दीपक परवाल, श्री पंकज वाणगी।
नाचेगा भारत के 3 दलों की प्रस्तुति- डा0 श्रेया संगीत संस्थान -डा0 श्रेया के नेतृत्व मंे, लीरिक एकेडमी ऑफ म्यूजिक -श्री अनिल सिंह एवं अनीता सिंह के नेतृत्व में। सिटी स्कूल ऑफ डांस-सुश्री दिव्या शुक्ला के नेतृत्व में।
डांस उत्तराखण्ड डांस, सीजन-4 के 4 दलों की प्रस्तुति:- सृजनाकुर ग्रुप, गोमती नगर-सुश्री प्रियंका बिष्ट के नेतृत्व में, एहसास ग्रुप, आलोक नगर-श्रीमती राधा बोरा के नेतृत्व में, उमंग ग्रुप, बसुन्धरा पुरम – श्रीमती सुशीला नेगी के नेतृत्व में, जौहार मुन्स्यार सांस्कृतिक दल, विकास नगर- श्रीमती नंदा रावत के नेतृत्व में।
संस्कृति विभाग, देहरादून उत्तराखण्ड के सहयोग से हंसा नृत्य नाटय् कला विकास सोसायटी, देहरादून, गढ़वाल के दल द्वारा श्रीमती इन्दू भट्ट ममगई के नेतृत्व में प्रस्तुति।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *