वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट्स् की ओर से कमला हैरिस कमाल करती जा रही हैं. डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ अंगद के पांव की तरह जमीं कमला हैरिस डेमोक्रेट्स के लिए लक्ष्मी साबित हो रही हैं. जब से जो बाइडन चुनावी रेस से हटे हैं और कमला हैरिस को समर्थन दिया है, तब से ही डेमोक्रेट्स के खाते में खटाखट पैसे आ रहे हैं. जी हां, अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नाम पर पैसों की बारिश हो रही है. उनके चुनाव अभियान को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है. कमला हैरिस को महज एक सप्ताह में ही 200 मिलियन डॉलर (करीब ₹16,40,00,00,000 यानी 16 अरब रुपये) का चंदा मिला है.
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, कमला हैरिस के प्रचार अभियान ने महज एक सप्ताह से भी कम समय में 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर (₹16,40,00,00,000) की भारी-भरकम राशि जुटा ली है. रविवार (अमेरिकी समयानुसार) को अपने लेटेस्ट फंडरेजिंग की घोषणा करते हुए कमला हैरिस कैंपेन टीम ने बताया कि 66 प्रतिशत से अधिक डोनेशन 2024 के चुनावी में पहली चंदा देने वालों ने दिया है. इतना ही नहीं, 1,70,000 से अधिक वॉलंटियर्स ने कमला हैरिस के कैंपेन में मदद करने के लिए साइन अप किया है. ये वॉलंटियर्स फोन कॉल, जनसंपर्क और वोटिंग से जुड़े कई कामों में मदद करेंगे.
बाइडन से आगे थे ट्रंप
कैंपेन के कम्युनिकेशन्स डायरेक्टर माइकल टायलर ने एक मेमो में लिखा, ‘उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के लिए लोगों में जोश और उत्साह साफ दिख रहा है. ये चुनाव काफी नजदीकी होगा और कुछ ही राज्यों के वोटर इसका फैसला करेंगे.’ इधर, डोनाल्ड ट्रंप के कैंपेन ने जुलाई की शुरुआत में बताया था कि उन्होंने दूसरी तिमाही में 331 मिलियन डॉलर (करीब 25 अरब रुपये) जुटाए हैं, जो कि जो बाइडेन और उनके सहयोगियों द्वारा उसी समय में जुटाए गए 264 मिलियन डॉलर (करीब 20 अरब रुपये) से काफी अधिक है.
ट्रंप के पास कितने?
दरअसल, जून के आखिर में डोनाल्ड ट्रंप के कैंपेन के पास 284.9 मिलियन डॉलर (करीब 21 अरब रुपये) नकद थे, जबकि डेमोक्रेटिक कैंपेन के पास उस समय 240 मिलियन डॉलर (करीब 18 अरब रुपये) नकद थे. 27 जून को डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ बहस में खराब प्रदर्शन के बाद जो बाइडेन की उम्मीदवारी कमजोर पड़ गई थी. इसके बाद उन्होंने रेस से अपना नाम वापस ले लिया और कमला हैरिस को अपना समर्थन दे दिया. कमला हैरिस को तुरंत ही डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन मिल गया.