UAE क्रिकेट टीम ने बांग्लादेश हराकर रचा इतिहास…टी-20 श्रृंखला जीती

स्पोर्ट्स

नई दिल्ली : संयुक्त अरब अमीरात यानी UAE की क्रिकेट टीम ने बुधवार को शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में इतिहास रच दिया. यूएई ने तीन मैच की सीरीज के आखिरी मैच में बांग्लादेश पर सात विकेट से जीत दर्ज करके अपनी पहली टी-20 श्रृंखला जीत दर्ज की. इसे देश की क्रिकेट यात्रा में एक मील का पत्थर माना जाएगा.

अमेरिका के बाद यूएई से हारा बांग्लादेश
अलीशान शराफू ने 163 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए विजयी चौका लगाया और अपने साथियों के साथ मैदान पर जमकर जश्न मनाया. इस जीत ने न केवल यूएई को टी-20 इंटरनेशनल में फुल मेंबर देश पर अपनी पहली श्रृंखला जीत दिलाई, बल्कि आईसीसी टी2-0 विश्व कप से एक साल से भी कम समय पहले बांग्लादेश को भी करारा झटका दिया.

मुंह दिखाने लायक नहीं बचा बांग्लादेश
यूएई की हार के साथ ही बांग्लादेशी क्रिकेट टीम की अब जग-हंसाई हो रही है. उन्होंने अमेरिका के खिलाफ टी-20 सीरीज 1-2 से गंवाई. अब यूएई ने 2-1 से पीट दिया. इस तरह बांग्लादेश अब इतिहास में दो एसोसिएट टीमों के खिलाफ सीरीज हारने वाली पहली पूर्ण सदस्य टीम बन चुकी है.

पहला मैच हारने के बाद पलटवार
तीन मैच की सीरीज की शुरुआत यूएई की 27 रन की हार के साथ हुई थी. मगर मेजबान टीम ने शानदार वापसी करते हुए दूसरे टी-20 में 206 रन का पीछा करते हुए सीरीज बराबर की और अब निर्णायक मैच में यूएई के गेंदबाजों ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करते हुए बांग्लादेश को 162/9 रन पर रोक दिया.

अलीशान शराफू रहे जीत के हीरो
जवाब में यूएई ने कप्तान मोहम्मद वसीम को जल्दी खो दिया और मोहम्मद जोहैब ने 29 रन का योगदान दिया. लेकिन शराफू (51 गेंदों पर 68* रन) ने शानदार तरीके से पारी को संभाला. उन्हें आसिफ खान (41*) का बढ़िया साथ मिला. दोनों ने 87 रन की साझेदारी के साथ बांग्लादेश की उम्मीदों को खत्म कर दिया. आसिफ के आखिरी ओवर में दो छक्कों ने यूएई को जीत की कगार पर पहुंचा दिया और शराफू ने यूएई का नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज करने का काम बखूबी पूरा किया.

मैदान पर ही जश्न
यूएई के कप्तान और प्लेयर ऑफ द सीरीज वसीम ऐतिहासिक जीत के बाद भावुक हो गए और उन्होंने कहा, ‘इस जीत से बहुत खुश हूं. ये सीरीज बहुत मायने रखती है. अनकैप्ड खिलाड़ियों ने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया. हैदर अली का तो कोई जवाब ही नहीं. ईमानदारी से कहूं तो हमने अपनी उम्मीदें नहीं खोईं. ये ट्रॉफी मुझे पहली बार मिल रही है, जिसे मैं अपने बेटे को समर्पित करना चाहता हूं.

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