प्रगति इवेंट और जिंग संस्था द्वारा यूपी दर्शन पार्क गोमती नगर लखनऊ में चल रहे यूपी उत्सव महोत्सव मैं आज वंदे मातरम गीत के 150 साल पूरे होने पर विशेष रूप से जश्न मनाया गया। आज के दिन 7 नवंबर को 150 साल पहले भारत के राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की रचना हुई थी इस जीत की रचना बंकिम चंद्र चटर्जी ने 7 नवंबर 1873 में की थी यही वह गीत था जिसने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान देशभक्ति और एकता का मंत्र दिया था, वंदे मातरम पहली बार बंगाली साहित्यिक पत्रिका बदर्शन मैं प्रकाशित हुआ था बाद में इसे प्रसिद्ध उपन्यास आनंद मठ में शामिल किया गया था भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने 1950 में जन गण मन के साथ इसे भी राष्ट्रीय गीत घोषित किया था इस गीत को पहली बार 1896 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन में रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा गया गया था बाद में यह प्रमुख नारा और जन जागरण का प्रतीक बन गया आज प्रगति इवेंट और जिंग संस्था द्वारा सांस्कृतिक मंच से साकार किया गया।
प्रगति इवेंट के सांस्कृतिक मंच पर आज सलीम अब्बासी के नेतृत्व में एक से बढ़कर एक गायकी के जादूगर द्वारा अपने गानों से सबका मन मोह लिया सलीम अब्बासी, विजय कुमार, फैजल, बालकृष्ण सोनी त्रिपाठी एजाज,नासिर,साजिद अब्बासी द्वारा किशोर कुमार मुकेश रफी और मन्ना डे के सदाबहार नागमो को सच्ची श्रद्धांजलि दी गई। संस्था के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर सभी देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दें संस्था के उपाधि ए बी सिंह ने सभी कलाकारों को प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया मीडिया से प्रेम से श्रीवास्तव
