उत्तराखंड में स्थित है दुनिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर जरूर करें यहां का दर्शन , हर मनोकामना होगी पूरी

उत्तराखंड राज्य

इस बार सावन का महीना इस साल 4 जुलाई से शुरू हो रहा है। इस पवित्र महीने में भक्त भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं। सावन माह में श्रद्धालु हर सोमवार को व्रत रखते हैं। ऐसी मान्यता है कि व्रत रखने से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। ऐसे में आज आपको दुनिया के सबसे ऊंचे शिव मंदिर के बारे में बताएंगे, जो उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है।

भारत में एक से बढ़कर एक खूबसूरत हैं मंदिर

जो भगवान शिव को समर्पित हैं। हमारे देश में कुछ ऐसे भी मंदिर हैं, जिन्हें उनके महत्व के कारण विशेष माना जाता है। इन्हीं मंदिरों में तुगनाथ मंदिर शामिल है। यह मंदिर भोलेनाथ के पंच केदारों में से एक है। इसे दुनिया के सबसे ऊंचे शिव मंदिर के रूप में जाना जाता है।

माना जाता है कि इस मंदिर की खोज आदि शंकराचार्य ने की थी। यह मंदिर 3680 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता है कि इसका स्थान भव्य पर्वत श्रृंखलाओं के बीच है।लोककथाओं के अनुसार, पांडवों के तीसरे भाई अर्जुन ने इस मंदिर की नींव रखी थी। इसके अलावा, इस मंदिर को लेकर यह भी मान्यता है कि यह वह स्थान है, जहां भगवान श्री राम ने रावण को मारने के लिए ब्रह्महत्या के श्राप से मुक्ति पाने के लिए तपस्या की थी।

यह मंदिर कुछ महीनों के लिए ही खुला रहता है। आमतौर पर गर्मियों के मौसम में भक्तों के लिए इस मंदिर के दरवाजे खुले रहते हैं। अक्टूबर के अंत तक इस मंदिर के दरवाजे बंद हो जाते हैं । सर्दियों में , यह मंदिर बर्फ से ढका रहता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *