नई दिल्ली। लोक सभा और देश की विधान सभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने वाले संविधान (128 वां संशोधन) विधेयक आज लोक सभा में चर्चा के बाद पारित हो सकता है।
महिला आरक्षण बिल पर बहस कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से, मैं नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 के समर्थन में खड़ी हूं।”ये राजीव गांधी का सपना था
लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा यह मेरी जिंदगी का मार्मिक क्षण है, पहली बार स्थानीय निकायों में स्त्री की भागीदारी तय करने वाला संविधान संशोधन मेरे जीवन साथी राजीव गांधी ही लेकर आए थे… बाद में पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में कांग्रेस ने उसे पारित कराया था, आज उसका नतीजा है कि आज देश भर के स्थानीय निकायों में हमारे पास 15 लाख चुनी हुई महिला नेता हैं। राजीव गांधी का सपना अभी तक आधा ही पूरा हुआ है, इस बिल के पारित होने के साथ वह पूरा होगा। कांग्रेस पार्टी इस बिल का समर्थन करती है… मैं एक सवाल पूछना चाहती हूं देश की स्त्रियां अपनी राजनीतिक ज़िम्मेदारी का इंतजार कर रही हैं लेकिन अभी भी इसके लिए उन्हें कितने वर्ष इंतज़ार करना होगा? कांग्रेस की मांग है कि यह बिल तुरंत लागू किया जाए और इसके साथ ही जातीय जनगणना भी कराई जाए।
दरअसल, महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा के दौरान कांग्रेस जहां इसे अपना बताकर श्रेय लेने की कोशिश करती नजर आएगी, वहीं भाजपा पलटवार करती दिखाई देगी कि कांग्रेस ने महिलाओं को आरक्षण देने के लिए कभी गंभीरता से प्रयास ही नहीं किया। दोनों पक्ष चर्चा के दौरान इस मामले में अधिक से अधिक श्रेय लेने की कोशिश करेंगे क्योंकि मसला देश की लगभग आधी आबादी से जुड़े होने के साथ ही 50 प्रतिशत वोट बैंक से भी जुड़ा हुआ है।