भव्य राम मंदिर निर्माण के पश्चात पहली बार रामजन्मभूमि परिसर में होगा शाह का आगमन

एजुकेशन

रामजन्मभूमि परिसर में पांच जून को होने वाले सामूहिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी आयोजन की रूपरेखा तय कर रहे हैं और गणमान्य लोगों को आमंत्रण पत्र भेजने की तैयारी हो रही है।

आयोजन में सम्मिलित होने वाले प्रमुख नामों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तो हैं ही, गृह मंत्री अमित शाह के भी आने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। आयोजन से जुड़े विश्वस्त लोगों का कहना है कि स्वयं उनकी ओर से ही इसमें शामिल होने की इच्छा जताई गई है। ऐसे में राम मंदिर परिसर में उनका प्रथम आगमन लगभग तय माना जा रहा है।

सर्वोच्च न्यायालय से नौ नवंबर 2019 को राम मंदिर निर्माण के पक्ष में निर्णय आने के बाद पांच अगस्त 2020 को जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूमि पूजन किया तो इस आयोजन में गृह मंत्री अमित शाह नहीं पहुंच सके थे।

विधानसभा चुनाव के दौरान वह 31 दिसंबर 2021 को अयोध्या में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे तो उन्होंने वैकल्पिक गर्भगृह में विराजमान रामलला का भी दर्शन किया था। लगभग साढ़े तीन वर्षों बाद जब भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हुआ और 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिग्गज हस्तियों की उपस्थिति में इसमें रामलला को प्रतिष्ठित किया, तब भी शाह नहीं पहुंच सके थे।

उन्होंने दिल्ली के लक्ष्मी नारायण बिड़ला मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का लाइव प्रसारण देखा था। लगभग डेढ़ वर्ष के उपरांत अब तक विभिन्न क्षेत्र के नामचीन लोगों ने रामलला का दर्शन कर लिया है, परंतु अब तक गृह मंत्री अमित शाह का राम मंदिर में आगमन नहीं हुआ है।

यद्यपि इसी वर्ष प्रयागराज महाकुंभ के दौरान उनकी पत्नी सोनल शाह अपने बेटे जय शाह व पुत्रवधू रिशिता पटेल के साथ अयोध्या आई थीं और रामलला का दर्शन कर प्रयागराज व काशी भी गई थीं। ऐसे में यदि सामूहिक प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन में अमित शाह सम्मिलित होते हैं, तो यह उनका प्रथम आगमन होगा।

फिलहाल, ट्रस्ट की ओर से गृह मंत्री, मुख्यमंत्री व विभिन्न मंत्रियों के साथ ट्रस्ट के सभी पदाधिकारियों को आमंत्रण भेजा जाएगा। राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल कुमार मिश्र ने इस बारे में कुछ भी बताने से इन्कार किया।

कहा, दो दिन में ट्रस्ट महासचिव चंपतराय प्रेसवार्ता करके समस्त जानकारी देंगे। वहीं, सूत्रों का कहना है कि ट्रस्ट पदाधिकारियों के बीच इस पर चर्चा हो चुकी है और इसके अनुरूप ही आयोजन की तैयारियां की जा रही हैं।

14 मंदिरों की होगी प्राण प्रतिष्ठा

रामजन्मभूमि परिसर में तीन से पांच जून तक 14 मंदिरों में देव व ऋषि प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा एक साथ होनी है। इसमें राम मंदिर के प्रथम तल पर स्थापित होने वाले राम दरबार के अतिरिक्त परकोटे के मध्य निर्मित देवी-देवताओं के छह पूरक मंदिर, परकोटे के बाहर निर्मित सप्तर्षियों के सात मंदिर और परिसर में निर्माणाधीन शेषावतार लक्ष्मण जी का मंदिर सम्मिलित है। राम दरबार, शिवलिंग व लक्ष्मण जी की मूर्ति के अलावा अन्य सभी मूर्तियां स्थापित कर दी गई हैं।

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