लोकसभा चुनाव से पहले ‘INDIA’ में रार! अखिलेश बोले पहले सीट बंटवारा, फिर आगे होगी कोई बात

उत्तर प्रदेश राज्य लखनऊ शहर

नई दिल्ली : राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों के चुनावों के परिणाम आने के बाद अब सभी की निगाहें लोकसभा चुनाव 2024 पर टिकी हैं. कांग्रेस के तीन हिंदी बेल्ट वाले राज्यों में मिली हार के बाद अब विपक्षी INDIA गठबंधन के भविष्य पर सवाल उठ रहे हैं. यहां सवाल सिर्फ कांग्रेस की हार से नहीं उठ रहें है, बल्कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा 6 दिसंबर को INDIA गठबंधन की बैठक बुलाने और अखिलेश यादव समेत कई दिग्गज नेताओं के बैठक में शामिल होने से इनकार की वजह से भी उठ रहे हैं.

गौरतलब है 3 दिसंबर को चुनाव परिणाम आने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने 6 दिसंबर को इंडिया गठबंधन की बैठक बुलाई थी. बैठक में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री और विपक्षी एकजुटता की कवायद के अगुवा नीतीश कुमार, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) प्रमुख और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला देते हुए बैठक से किनारा कर लिया.

INDIA गठबंधन में एक बाद एक नेताओं के इनकार करने के बाद बैठक किसी नतीजे से पहले स्थगित कर दी. खड़गे ने अब 16 दिसंबर को बैठक बुलाई है और इसमें सभी नेता शामिल हों, इसके लिए सभी को तैयार करने की जिम्मेदारी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को दी गई है. ऐसे में अब 16 दिसंबर को होने वाली बैठक में लालू प्रसाद यादव क्या रोल निभाएंगे इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं.

दरअसल, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सपा को एक भी सीट नहीं दी थी, वह भी नहीं जहां से 2018 में अखिलेश की पार्टी के उम्मीदवार को जीत मिली थी. अखिलेश और कांग्रेस की तल्खी जगजाहिर रही है. जिसके बाद अखिलेश यादव ने साफ संदेश दे दिया है कि अब इंडिया गठबंधन में पहले सीट बंटवारा होगा और इसके बाद आगे की बात होगी. उन्होंने ये भी कहा है कि इंडिया गठबंधन के पहले जो बात तय हुई थी कि जो जहां मजबूत होगा वो वहां नेतृत्व करेगा और दूसरी पार्टियां वहां उसकी सहयोग करेंगी.अब इंडिया गठबंधन को इसी फॉर्मूले पर आगे बढ़ना होगा.

अखिलेश इंडिया गठबंधन से एग्जिट की बात नहीं कर रहे लेकिन संकेत साफ दे रहे हैं कि बात अब हमारी शर्तों पर ही होगी. अब सवाल ये भी उठ रहे हैं कि क्या कांग्रेस अखिलेश यादव की इस शर्त पर राजी होगी? अखिलेश के ताजा बयान को लेकर यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि इंडिया गठबंधन का गठन इस देश के लोकतंत्र की संप्रभुता, लोगों की आजादी की रक्षा करने के लिए हुआ है. समाजवादी पार्टी हो या दूसरे राजनीतिक दल, सबको अपने सियासी स्वार्थ से ऊपर उठकर आगे आना होगा.

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