मुरलीधरन के रिकॉर्ड से कुछ दूर रविचंद्रन अश्विन, नाथन लायन दे रहे मजबूत टक्कर

स्पोर्ट्स

नई दिल्ली : रविचंद्रन अश्विन क्या मुथैया मुरलीधरन के 800 विकेट का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं. क्या वे टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले बॉलर बन सकते हैं. चेन्नई टेस्ट के बाद क्रिकेटफैंस इस सवाल के जवाब फिर खोजे जाने लगे हैं. आर अश्विन ने बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में 6 विकेट झटके थे और शतक लगाया था. उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था.

रविचंद्रन अश्विन ने चेन्नई टेस्ट में 6 विकेट लेकर कर्टनी वॉल्श को पीछे छोड़ दिया. अब वेस्टइंडीज के पेसर कर्टनी वॉल्श के नाम 519 टेस्ट विकेट हैं और अश्विन के 522 विकेट. दुनिया में अब सिर्फ 7 बॉलर ही ऐसे हैं, जिन्होंने अश्विन से ज्यादा टेस्ट विकेट लिए हैं. इनमें से सिर्फ नाथन लायन (530) ही एक्टिव क्रिकेटर हैं. बाकी सब संन्यास ले चुके हैं. शेन वॉर्न तो अब इस दुनिया में भी नहीं हैं.

सवाल सबसे अधिक विकेट लेने का है तो यह रिकॉर्ड 2010 में क्रिकेट को अलविदा कह चुके मुथैया मुरलीधरन के नाम है. श्रीलंका के मुरलीधरन के नाम 133 टेस्ट मैच में 800 विकेट हैं. ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न (708) दूसरे और जेम्स एंडरसन (704) तीसरे नंबर पर हैं. इसके बाद अनिल कुंबले हैं, जिन्होंने 619 विकेट झटके हैं. स्टुअर्ट ब्रॉड (604) पांचवें और ग्लेन मैक्ग्रा (563) छठे नंबर पर हैं. इन सबके बाद नाथन लायन और आर अश्विन का नंबर आता है.

अश्विन-लायन में कमाल की टक्कर
रविचंद्रन अश्विन और नाथन लायन में भी कमाल की टक्कर है. ये दोनों मौजूदा समय के सबसे बेहतरीन ऑफ स्पिनर हैं. अश्विन ने 101 मैच में 522 विकेट झटके हैं. उनका स्ट्राइक रेट 50.51 है. वे औसतन हर 50वीं गेंद पर विकेट लेते हैं. 36 वर्षीय नाथन लायन ने 129 टेस्ट में 530 विकेट झटके हैं. उनका स्ट्राइक रेट 61.81 है. उन्हें टेस्ट क्रिकेट में औसतन एक विकेट लेने के लिए 12 ओवर की गेंदबाजी करनी होती है.

अगर अश्विन और नाथन लायन के 800 विकेट तक पहुंचने की संभावना पर बात की जाए तो इसके लिए इन दोनों क्रिकेट को कम से कम 40 या 50 टेस्ट मैच खेलने होंगे. वजह अश्विन औसतन एक टेस्ट मैच में 5 विकेट लेते हैं. लायन का औसत से इससे भी कम है.

अश्विन के आड़े आ सकती है उम्र
अश्विन 38 साल के हैं. 800 विकेट के रिकॉर्ड के रास्ते में उनकी स्किल से ज्यादा उम्र आड़े आ सकती है. वजह अगर उन्हें 40-50 टेस्ट और खेलने हैं तो तकरीबन 44 साल की उम्र तक खेलते रहना होगा जो आसान नहीं होगा. खासकर तब जबकि टेस्ट मैच लगातार कम हो रहे हैं. अश्विन ने 13 साल के करियर में सिर्फ 101 मैच खेले हैं. उनकी मौजूदा फॉर्म को देखते हुए यह तो उम्मीद की जा सकती है कि वे कुंबले के रिकॉर्ड के आसपास पहुंचेंगे या इसे तोड़ देंगे. मुरलीधरन का रिकॉर्ड उनसे दूर दिखता है.

लायन के पास ज्यादा वक्त
36 साल के नाथन लायन की बात करें तो उनके पास थोड़ा ज्यादा वक्त दिखता है. एक और बात उनके पक्ष में है कि ऑस्ट्रेलिया औसतन भारत के मुकाबले ज्यादा टेस्ट मैच खेलता है. लेकिन नाथन लायन का स्ट्राइक रेट और औसत ऐसा नहीं है कि वे 800 विकेट तक पहुंचे. ऐसे में मुरलीधरन का रिकॉर्ड सुरक्षित ही लगता है.

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