विनेश फोगाट की तारीफ में पीएम मोदी ने कहा, ‘आपने इतिहास रचा है’

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पीएम मोदी ने पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने और ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनने के लिए विनेश फोगाट की खूब प्रशंसा की।

पेरिस ओलंपिक में भारत के खाते में कुल 6 मेडल आए (जिनमें 5 ब्रॉन्ज और 1 सिल्वर) है। खेलों के महाकुंभ से स्वदेश लौटे भारतीय खिलाड़ियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की। इससे पहले पीएम मोदी ने इन सभी को लाल किले पर हुए स्वतंत्रता दिवस समारोह में आमंत्रित भी किया था।

भारत की मेडल की टैली में एक गोल्ड या सिल्वर और जुड़ सकता था लेकिन फाइनल मैच और पेरिस ओलंपिक से विनेश फोगाट के डिसक्वालीफाई होने से ये उम्मीद टूट गई।

पेरिस ओलंपिक से आए भारतीय दल से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने विनेश की खास उपलब्धि पर कहा, “विनेश कुश्ती के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनीं, जो हम सभी के लिए बहुत गर्व की बात है।”

बता दें, पीएम मोदी ने इससे पहले भी विनेश की सराहना करते हुए उनके समर्थन में एक पोस्ट शेयर किया था।

पेरिस ओलंपिक फाइनल से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद विनेश फोगाट की संयुक्त सिल्वर मेडल की अपील को भी खारिज कर दिया गया है। ये सारा मामला ‘100 ग्राम’ से जुड़ा है, जो इस धाकड़ महिला पहलवान के लिए ‘जी का जंजाल’ बन गया। पेरिस में गोल्ड मेडल पाने के लिए एक ही दिन में विनेश ने तीन धुरंधर पहलवानों को पटखनी दी, लेकिन नियमों के आगे हार गई।

50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती में फाइनल में पहुंचने के बाद मात्र ‘100 ग्राम’ अधिक वजन होने के कारण विनेश को डिसक्वालीफाई कर दिया गया।

‘मां मैं हार गई और कुश्ती जीत गई…’, पेरिस ओलंपिक के दौरान ही यह बात कहकर विनेश फोगाट ने संन्यास का ऐलान किया था।

विनेश ने इसके विरुद्ध अपील दायर की और उन्हें संयुक्त सिल्वर मेडल दिए जाने की मांग की गई थी। विनेश ने रिंग के बाहर सिल्वर मेडल के लिए 8 दिन तक कानूनी लड़ाई लड़ी, लेकिन उन्हें यहां हार झेलनी पड़ी। विनेश अभी पेरिस में ही हैं। हालांकि उन्होंने ओलंपिक विलेज छोड़ दिया है। अब वो होटल में ठहरी हुई हैं। विनेश 17 अगस्त को भारत लौटेंगी।

कोर्ट ऑफ़ आर्बिट्रेशन फ़ॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) ने भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ की गई अपील खारिज कर दी है। विनेश का ये मामला न्यायसंगत और उचित मानकों की आवश्यकता की सख्त याद दिलाता है।

हरियाणा की इस पहलवान के नाम तीन कॉमनवेल्थ गेम्स गोल्ड, दो वर्ल्ड चैंपियनशिप ब्रॉन्ज और एक एशियाई खेलों का गोल्ड मेडल है। उन्हें 2021 में एशियाई चैंपियन का ताज भी पहनाया गया था।

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