नई दिल्ली : पाकिस्तान (Pakistan) के कराची की जिला जेल मालिर से सोमवार की देर रात कुल 216 कैदियों के भागने की जानकारी सामने आई है. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस और जेल अधिकारियों ने बताया कि शहर में लगातार हल्के भूकंप के झटकों की वजह से मची अफरातफरी के बीच कैदियों के भागने की घटना हुई है. कैदियों में से कई पहले से ही अपने बैरकों के बाहर थे, उन्होंने इस अफरातफरी का फायदा उठाया और जेल कर्मचारियों पर दबाव बनाया. इसके बाद हिंसक गतिरोध पैदा हो गया.
हालांकि, इन 216 कैदियों में से एक की मौत हो गई. वहीं, 80 कैदियों को धर दबोचा गया. इस दौरान पांच सुरक्षा अधिकारी घायल हुए हैं. बता दें कि जिस जिला जेल मालिर से कैदियों का ग्रुप भागा है, उसे आम तौर पर ‘बच्चा जेल’ भी कहा जाता है.
हाईवे और गांवों को सील किया गया…
जेल परिसर के अंदर और आसपास भारी गोलीबारी की खबर है, जिससे आस-पास के रिहायशी इलाकों में दहशत फैल गई. पुलिस और रेंजर्स द्वारा इलाके की घेराबंदी किए जाने की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई मार्गों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया. Samaa TV की रिपोर्ट के मुताबिक, एसएसपी मलीर काशिफ आफताब अब्बासी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “पुलिस और अर्धसैनिक बलों की एक बड़ी टुकड़ी कुछ ही मिनटों में जेल पहुंच गई और आस-पास की बस्तियों, राजमार्गों और गांवों को सील कर दिया. मालिर में मस्जिदों से ऐलान किए गए, जिसमें भागे हुए कैदियों को गिरफ्तार करने में जनता से सहयोग की अपील की गई.”
डीआईजी जेल हसन साहेतु और महानिदेशक रेंजर्स सिंध मेजर जनरल मुहम्मद शमरेज ने भी जेल का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की.
युद्धक्षेत्र में तब्दील हो गई जेल
रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप आने पर सर्किल नंबर 4 और 5 के 600 से ज्यादा कैदी जेल की आंतरिक प्रक्रियाओं की वजह से अपने बैरक के बाहर बैठे थे. इसके बाद हुई अफरा-तफरी ने जल्द ही दंगे जैसी स्थिति पैदा कर दी, जिससे जेल अधिकारियों के अनुसार ‘युद्धक्षेत्र’ में बदल गई.
कंट्रोल पाने की कोशिश में जेल अधिकारियों ने गोलीबारी की. मुठभेड़ के दौरान, फ्रंटियर कोर (FC) के दो कर्मियों सहित कम से कम पांच सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. एक कैदी की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए. घायलों को इलाज के लिए जिन्ना पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया. सिंध के गृह मंत्री जिया-उल-हसन लंजरने इस बात से इनकार किया कि जेल की किसी दीवार में सेंध लगाई गई है.