मेरठ, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के गरीब और पिछड़े परिवारों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए आयुष्मान के रूप में बड़ी सौगात दी हुई है। जनपद में तमाम लोगों को इस योजना का लाभ मिल चुका है। जबकि योजना से वंचित लोगों को जोडऩे के लिए एक बार फिर अभियान शुरू किया गया है। योजना में शामिल अधिकारियों को गांव में पहुंचकर पात्रों को तलाशने की जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन कुछ अधिकारियों की लापरवाही के कारण योजना का लाभ पात्रों को नहीं मिल पा रहा है।
जनपद में शुरू किए गए आयुष्मान कार्ड अभियान का नोडल अधिकारी सीडीओ शशांक चौधरी को बनाया गया है। अभियान के तहत संबंधित विभागों के अधिकारियों को गांव-गांव जाकर पात्रों की तलाश कर चयन करने और योजना का लाभ देने की जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही जन सुविधा केंद्र पर भी आयुष्मान का कार्ड बनाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इतना सब होने के बाद भी कुछ विभागों के अधिकारी और जन सुविधा केंद्र योजना को आगे बढऩे में लापरवाही बरत रहे हैं। पिछले दिनों हुई समीक्षा में सामने आया कि मवाना, परीक्षितगढ़, सरधना, माछरा ब्लाक में अभियान की स्थिति अधिक अच्छी नही हैं।