मुंबई : महाराष्ट्र में चुनाव के नतीजे आने के बाद भी राज्य में मुख्यमंत्री कौन होगा ? इसे लेकर अभी तस्वीर साफ़ नहीं हो पाई है. सभी के दिमाग चल रहा है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा. फिलहाल अभी तक जो नाम सामने आ रहे हैं उनमें देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे का नाम सामने आ रहा है. हालांकि राज्य का मुख्यमंत्री तय भी नहीं हुआ कि अब इसमें अजित पवार भी कूद गए हैं.
सूत्रों के मुताबिक अजित पवार सीएम पद पर कोई दावा पेश नहीं कर रहे हैं. वो महाराष्ट्र की नई सरकार में अपने मंत्रियों के पोर्टफोलियो को लेकर शिवसेना गुट से उलझते हुए नजर आ रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक सरकार में शिंदे कैंप और अजित पवार कैंप पोर्टफोलियो को लेकर एक दूसरे के आमने-सामने आ गए है.
बीजेपी की इन दोनों सहयोगी पार्टियों को महाराष्ट्र सरकार में अपने पसंद के पोर्टफोलियो चाहिए. कुछ पोर्टफोलियो ऐसे है जिसे पाने की इच्छा दोनों पार्टी की है. यही वजह है कि अजित पवार खुद दिल्ली में डेरा डाले बैठे हैं और बीजेपी के आला कमान से इसे लेकर बातचीत कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि अजित पवार को पीडब्ल्यूडी, अर्बन डेवलपमेंट, फाइनेंस सहित कुछ ऐसे पोर्टफोलियो हैं जो एकनाथ शिंदे कैम्प और अजित पवार कैंप दोनो मांग रहे है.
रुपाणी-सीतारमन पर सुलझाएंगे विवाद!
महाराष्ट्र में 5 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण होगा. बीजेपी आलाकमान ने वित मंत्री निर्मला सीतारमण और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम विजय रुपाणी को महाराष्ट्र का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. दोनों की जिम्मेदारी तीनों पार्टियों से बातचीत के बाद महाराष्ट्र के नए सीएम को लेकर स्थिति स्पष्ट करने की है.