नई दिल्ली । ईरान और इजरायल के बीच तनाव अब चरम पर है। इस बीच इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने ईरान के टॉप सैन्य कमांडर्स को मारने का दावा कर दिया है। अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर आईडीएफ ने लिखा, “अब हम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ, आईआरजीसी के कमांडर और ईरान के आपातकालीन कमांड के कमांडर सभी 200 से अधिक लड़ाकू विमानों के ईरान में किए गए इजरायली हमलों में मारे गए।”
आईडीएफ ने जानकारी दी कि उन्हें हाल ही में मिली खुफिया जानकारी से पता चला कि ईरान परमाणु हथियार बनाने की अपनी दौड़ में उस बिंदु के करीब पहुंच गया है, जहां से वापसी संभव नहीं है।
आईडीएफ का कहना है कि प्रशासन अंडरग्राउंड और फोर्टिफाइड साइट्स में डिसेंट्रलाइज्ड और फोर्टिफाइड एनरिचमेंट कम्पाउंड्स के साथ-साथ हजारों किलोग्राम संवर्धित यूरेनियम का उत्पादन कर रहा है। हाल के महीनों में इसमें काफी तेजी आई है, जिससे प्रशासन परमाणु हथियार हासिल करने के बेहद करीब पहुंच चुका है।
बढ़ते तनाव के बीच ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल पर पिछले कुछ घंटों में 100 से ज्यादा ड्रोन दागे हैं। इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने इसकी पुष्टि की है। एफी डेफ्रिन के अनुसार आईडीएफ इन ड्रोन को गिराने के लिए काम कर रहा है।
आईडीएफ ने एक अन्य ‘एक्स’ पोस्ट पर लिखा, “ईरानी शासन दशकों से परमाणु हथियार हासिल करने के लिए काम कर रहा है। दुनिया ने इसे रोकने के लिए हर संभव कूटनीतिक रास्ता अपनाने की कोशिश की, लेकिन शासन ने इसे रोकने से इनकार कर दिया है।”
आईडीएफ का कहना है कि इजरायल के पास कोई विकल्प नहीं बचा है। अपने नागरिकों की रक्षा करना आईडीएफ का दायित्व है, और वह ऐसा करना जारी रखेगा।
शुक्रवार सुबह इजरायल ने ईरान पर हवाई हमला किया था। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने इसकी पुष्टि करते हुए इसे ‘प्रीएम्प्टिव स्ट्राइक’ बताया। वहीं, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस ऑपरेशन को ‘अपने अस्तित्व के लिए ईरानी खतरे को कम करने हेतु टारगेटेड सैन्य अभियान’ करार दिया है।
