नई दिल्ली : महाराष्ट्र चुनाव में मिली हार को कांग्रेस पचा नहीं पा रही है. लिहाजा शुक्रवार को दिल्ली में कांग्रेस पार्टी कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक हुई. बैठक के दौरान पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दो-टूक कहा कि अब जवाबदेही तय की जाएगी तथा कठोर निर्णय लिए जाएंगे.
खड़गे ने ईवीएम पर बयान दिया और कहा कि पूरी चुनावी प्रक्रिया की अखंडता से “गंभीर रूप से समझौता” किया जा रहा है और कांग्रेस जल्द ही इसके खिलाफ देशव्यापी आंदोलन शुरू करेगी. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) ने चुनावी प्रक्रिया को संदिग्ध बना दिया है और ऐसे में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराना निर्वाचन आयोग का संवैधानिक दायित्व है.
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने शुक्रवार को देश की राजनीतिक स्थिति पर विचार-विमर्श किया और महाराष्ट्र और हरियाणा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के कारणों पर चर्चा की, जिसमें कई नेताओं ने चुनाव प्रक्रिया में “अनियमितताओं” का आरोप लगाया. कार्य समिति ने यह फैसला किया कि चुनावी प्रक्रिया से ‘‘हो रहे गंभीर समझौते’’ से जुड़ी चिंता को राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में उठाया जाएगा. पार्टी का यह भी कहना है कि वह इस मुद्दे पर ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों को भी साथ लेगी.
‘हमें कठोर निर्णय लेने होंगे’
पार्टी प्रमुख खड़गे ने कहा कि चुनावी हार के मद्देनजर “कठोर निर्णय” लेने होंगे और जवाबदेही तय करनी होगी. उन्होंने कहा कि नेताओं को चुनाव परिणामों से सबक लेना होगा. हालांकि, उन्होंने माना कि ईवीएम ने चुनावी प्रक्रिया को “संदिग्ध” बना दिया है.
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस प्रतिरोध का संगठन है और पार्टी नेताओं को इस पर भरोसा रखना चाहिए. करीब साढ़े चार घंटे तक चली मैराथन बैठक में 81 नेताओं ने हिस्सा लिया.
राहुल बोले- एक्शन लीजिए
वहीं राहुल गांधी ने खड़गे से पार्टी के खराब परिणामों के मद्देनजर “सख्ती से काम लेने” का आग्रह किया. पीटीआई के मुताबिक, जब चुनावों को लेकर जवाबदेही तय करने की बात हो रही थी तो राहुल गांधी ने कहा, ‘‘खरगे जी, एक्शन लीजिए.’’