हिंदी फिल्मों के मशहूर कॉमेडी एक्टर बीरबल का मंगलवार शाम 7:30 बजे निधन हो गया। उन्होंने 84 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। उनका ओरिजिनल नाम सतिंदर कुमार खोसला है। उनके जाने से पूरे फिल्म जगत में शोक की लहर है। हर कोई स्तब्ध है कि अब वो नहीं रहे। उन्होंने कई शानदार फिल्मों में अपने कॉमिक रोल्स से जाने जाते थे। सालभर पहले भी उनकी फिल्म आई थी। वह लंबे समय से बढ़ती उम्र से जुड़ी बीमारियों से परेशान थे और अस्पताल में भर्ती थे। फिल्म अनीता की शूटिंग के दौरान मनोज कुमार और निर्देशक राज खोसला को उनका नाम नॉन-फिल्मी लगा। उन्होंने सतिंदर कुमार खोसला को बीरबल का नाम दिया। 500 से ज्यादा हिंदी फिल्मों में किया काम
बीरबल ने मनोज कुमार की फिल्म उपकार से डेब्यू किया था। उन्होंने अमीर गरीब, रास्ते का पत्थर, सुन मेरी लैला, अनीता, इंसान, एक महल का सपना हो, मोहब्बत की आरजू, बलिदान, चोरी मेरा काम, ईमानदार, दो बदन, पगला कहीं का जैसी हिंदी, मराठी और भोजपुरी में 500 से ज्यादा फिल्मों में काम किया।
‘अमीर गरीब’, ‘रास्ते का पत्थर’, ‘सुन मेरी लैला’, ‘अनीता’, ‘इंसान’, ‘एक महल का सपना हो’, ‘मोहब्बत की आरजू’, जैसी तमाम फिल्मों में अभिनय का जादू चला चुके बीरबल खोसला मुंबई के भारतीय अरोग्य अस्पताल में भर्ती थे। एक्टर जॉनी लीवर ने ही इस बात की जानकारी दी है कि एक्टर का देहांत हो गया। कल 13 सितंबर को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा, क्योंकि बेटा सिंगापुर में रहता है, वह जब आएगा, उसके बाद ही शव को पंचतत्व में विलीन किया जाएगा। इस तकलीफ से जूझ रहे थे बीरबल खोसला एक्टर राजकुमार कनौजिया ने बताया कि बीरबल खोसला को बढ़ती उम्र से जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं थीं। लेकिन घुटने में तकलीफ ज्यादा थी। वह चल नहीं पाते थे। हालांकि पैसे की कोई कमी नहीं थी। क्योंकि बेटा सिंगापुर में नौकरी करता है और वो खर्चा-पानी भेजा करता था। अब परिवार में उनके पत्नी हैं, जो कि अंधेरी के सात बंगला में रह रही हैं।