डा० अशअर ने किया एक साथ रिवीजन कूल्हा एवं घुटना बदलने का अत्यन्त चुनौतीपूर्ण एवं जटिल आपरेशन
उत्तर प्रदेश के जाने माने हड्डी एवं जोड़ प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डा अक्षर अली खान ने एक मरीज के 22 साल से खराब कूल्हे, घुटने एवं जांघ की हड्डी का आपरेशन दिनांक 21.02.2023 को एक साथ कर दिया। मरीज अब बिलकुल ठीक है
और आपरेशन सफल रहा।
यह आपरेशन मुंशीपुलिया, इंदिरा नगर स्थित स्टेनफोर्ड सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल,
लखनऊ में किया गया।
> यह मरीज श्री विनोद कुमार सिंह, उम्र 67 वर्ष अलीगंज, लखनऊ के रहने वाले हैं। इनके जांघ एक कूल्हे की हड्डी 22 वर्ष पहले कार दुर्घटना में टूट गयी थी. इनकी हड्डी पर 22 वर्ष पहले 7 बार आपरेशन पहले ही हो चुका था, उस समय इनकी जांघ की हड्डी जोड़ी गई एवं उसके बाद नही जुड़ी तो कूल्हा बदलने का आपरेशन हुआ। इसके बावजूद यह पूरी तरह से ठीक नही पाये थे। हर समय दर्द होता था एवं छड़ी के सहारे ही मुश्किल से चल पाते थे।
डा० अशअर ने बताया कि इस मरीज में जो कृतृम कूल्हा लगा था वो समय के साथ एसिटाबुलन को तोड़कर हड्डी घिसते घिसते ऊपर चला गया था। इसके अलावा जांघ की हड्डी तिरछी जुड़ गयी थी। जिसके कारण घुटना में भी घिस घिस कर आर्थराइटिस (गठिया) हो गई थी। परिणाम स्वरूप दाहिना का पैर छोटा हो गया था और चलने में बहुत दर्द होता था।
डा० अशअर ने इन सारी समस्याओं को एक साथ निपटाने की चुनौती स्वीकार की। इसके लिये कृतृम इम्प्लांट मुम्बई से मंगवाया गया और एक ही बार में घुटना, कूल्हा एवं जांघ की टेढ़ी हड्डी का आपरेशन कर दिया। यह आपरेश कुल 7 घण्टे चला एवं पूर्णतः सफल रहा।
-डा० अशअर ने बताया कि सबसे पहले घुटना प्रत्यारोपण किया ताकि घुटने से बोन ग्राफ्ट (हड्डी के टुकड़े) मिल जायें। फिर पुराने कूल्हे के कृतृम जोड़ को बाहर निकाला गया। उसके बाद डैमेज हड्डी को बोन ग्राफ्ट एवं स्क्रू से रिपेयर से करके ही स्थान पर कूल्हे का साकेट बनाया फिर जांघ की टेढ़ी हड्डी को काटकर सीधा न्या। फिर “नान सीमेंटेड डिस्टल लोडिंग लांग स्टेम लगाकर जांघ की हड्डी को था करके रिवीजन कूल्हा प्रत्यारोपण कर दिया गया।
डा० अशअर ने बताया कि यह मरीज कुछ ही हफ्तों में अपने पैर पर चलने लगेगा। > मरीज श्री विनोद कुमार सिंह ने बताया कि वह अब पहले से बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं। अब जो दर्द पिछले 22 साल से लेटे-बैठे भी रहता था, वह अब समाप्त हो बहुत संतुष्ट दिखे, सब ने इस आपरेशन की बहुत प्रशंसा की। इस तरह के जटिल चुका है और उम्मीद हो चली है कि बिलकुल ठीक हो जायेंगे मरीज के परिजन भी
आपरेशन की सफलता पूरे उ०प्र० के लिये गौरव की बात है।
> इस आपरेशन के दौरान एनेस्थेसिया विशेषज्ञ पी०पी० सिंह, सहायक विष्णु मनोज
अंकुर, अविनाश जलोटा आदि ने डा० अशअर का साथ दिया।
> डा० अशअर इससे पहले भी बहुत सारे जटिल आपरेशन कर चुके हैं। हजारों सफल जोड-प्रत्यारोपण कर चुके डा० अशअर अली ने अनेको कीर्तिमान बनायें हैं।
1. प्रदेश का पहला कंधा प्रत्यारोपण ।
2. प्रदेश का पहला कोहनी प्रत्यारोपण ।
3. प्रदेश में एक साथ दोनों घुटनों का पहला प्रत्यारोपण।
4. पूर्वांचल का पहला जांघ की हड्डी के साथ घुटना प्रत्यारोपण। 5. पूर्वाचल का पहला रिवीजन घुटना प्रत्यारोपण ।
6. पूर्वाचल का पहला रिवीजन कूल्हा प्रत्यारोपण।
7. पूर्वाचल का पहला असिस्ट टू पाड टेक्निक से घुटना प्रत्यारोपण। 8. पूर्वांचल का पहला ‘एटयून प्रोस्थेसिस’ घुटना प्रत्यारोपण। 9. पूर्वांचल का पहला “नान सीमेंटेड” कूल्हा प्रत्यारोपण। 10. सौ वर्षिया दो महिलाओं के कूल्हे का सफल आपरेशन ।
11. चार बार अन्यत्र हुए असफल कूल्हा प्रत्यारोपण से खराब हुए कूल्हे का 5वीं बार में
सफल प्रत्यारोपण ।
(डा० अशअर अली खान)
Dr. Ashar Ali Khan Joint Replacement Specialist Orthopaedic Surgeon
STANFORD SUPER SPECIALITY HOSPITAL 19/766, Ring Road, Indira Nagar, Lucknow Mob.: 9415322442
