नई दिल्ली : भारतीय टीम को जून के अंत में इंग्लैंड का दौरा करना है. डेढ़ महीने लंबे टूर पर पांच टेस्ट मैच की सीरीज खेली जाएगी. अगले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से अहम इस श्रृंखला में भारतीय टीम मैनेजमेंट अलग प्लान से उतरना चाहती है. खबरों की मानें तो पेस अटैक के अगुवा और उपकप्तान जसप्रीत बुमराह शायद ही लीडरशिप रोल में नजर आए. आपको याद होगा कि भारत ने जो अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था, उसमें रोहित शर्मा ने खुद को ड्रॉप कर लिया था, जिसके बाद जसप्रीत बुमराह ने कप्तानी की थी.
खबर के मुताबिक बीसीसीआई के सूत्र ने कहा, ‘हम ऐसा खिलाड़ी चाहते हैं जो सभी पांच टेस्ट मैच के लिए उपलब्ध हो और उसे उप-कप्तान की भूमिका दी जानी चाहिए. बुमराह सभी पांच मैच नहीं खेलेंगे, इसलिए हम अलग-अलग मैच के लिए अलग-अलग उप-कप्तान नियुक्त नहीं करना चाहते. बेहतर होगा कि कप्तान और उप-कप्तान सुनिश्चित हों और सभी पांच टेस्ट खेलें.’
बेहतर कप्तान साबित हुए हैं बुमराह
जसप्रीत बुमराह ने साल 2024 के आखिरी में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत को एकमात्र जीत दिलाई थी, इसके अलावा दो अन्य टेस्ट मैच में भी टीम की कप्तानी की थी, लेकिन बुमराह के इंग्लैंड में सभी पांच टेस्ट मैच में खेलने की संभावना नहीं है इसलिए उनके वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत चयनकर्ता ऐसे खिलाड़ी की तलाश कर सकते हैं जो पूरे दौरे में खेल सके.
बुमराह नहीं तो कौन करेगा उपकप्तानी?
ये भी पता लगा है कि सिलेक्टर्स किसी युवा प्लेयर को उप कप्तानी सौंपना चाहते हैं, जिसे भविष्य में बतौर लीडर तैयार किया जा सके. मौजूदा टीम में सिर्फ दो खिलाड़ी ही इस पैरामीटर में फिट बैठते हैं. पहले शुभमन गिल और दूसरे ऋषभ पंत. गिल की उम्र 25 साल है जबकि ऋषभ पंत 27 साल के हो चुके हैं. विराट कोहली, रविंद्र जडेजा, केएल राहुल सरीखे दूसरे खिलाड़ी 30 साल से पार के हैं जबकि यशस्वी जायसवाल अभी सिर्फ 23 साल के हैं और उन्हें इस रोल के लिए फिट भी नहीं माना जा रहा.
लगातार इंजर्ड होते रहे हैं बुमराह
भारतीय क्रिकेट बोर्ड बुमराह के चोटिल होने के रिकॉर्ड को लेकर भी चिंतित है. सिडनी टेस्ट में नए साल के टेस्ट के दौरान उन्हें पीठ में चोट लग गई थी, जिसके कारण वे तीन महीने तक बाहर रहे और चैंपियंस ट्रॉफी से भी बाहर हो गए. यही कारण था कि वह आईपीएल के पहले हाफ में भी नहीं खेल पाए. बुमराह को पहले भी पीठ में चोट लग चुकी है. 2022 में सर्जरी के बाद वे ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप सहित लगभग 11 महीने तक क्रिकेट से दूर रहे.