पटना, राज्य ब्यूरो । विधानसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान पक्ष और विपक्ष दोनों ने जबर्दस्त तल्खी दिखायी। यह वाकया उस वक्त हुआ जब गन्ना विभाग से जुड़े एक प्रश्न के जवाब में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गन्ना मंत्री प्रमोद कुमार की ओर मुखातिब हो यह कहा दिया कि-कैसे-कैसे लोग को बना देते हैं मंत्री। इस पर उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद सहित सत्ता पक्ष के लोगों ने काफी तीखे अंदाज में प्रतिकार किया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी सदन में गलत परंपरा की शुरुआत कर रहे हैं। इसके बाद आसन से मुखातिब होकर कह दिया कि एक व्यक्ति को संरक्षण दिया जाता है। उनका इशारा तेजस्वी की ओर था। बीजेपी के विधायक नंदकिशोर यादव ने कहा कि कोई व्यक्ति हमारे मंत्री का अपमान करे, यह हम बर्दाश्त नहीं कर सकते। जदयू से उर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव ने भी आसन से कह दिया कि विपक्ष को कुछ नहीं कहते, मंत्रियों को ही डांट देते हैं। इसके बाद गन्ना मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर संपूर्ण विपक्ष प्रश्नकाल के दौरान सदन से वाकआउट कर गया।
सदन में हंगामा और विपक्ष के वाकआउट पर विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि मैंने लीक से हटकर अल्पसूचित प्रश्न का समय खत्म होने के बाद भी नेता प्रतिपक्ष को अतिरिक्त दस मिनट दिए। सभी नियम का पालन करें। हम तो समय से बंधे हैं।
बता दें कि विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा बीजेपी के टिकट पर लखीसराय से चुनाव जीतकर आए। हालांकि यह बात अलग है कि विधानसभा अध्यक्ष पक्ष या विपक्ष के नहीं होते।
अध्यक्ष ने कई हिदायतें दी
विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार को आसन से कई बार कई किस्म की हिदायतें विधायकों को दीं। शून्यकाल के दौरान सूचना पढऩे के दौरान स्वाभाविक तौर पर विधायक माइक को ठोंककर यह जांच रहे थे कि आवाज आ रही है या नहीं। कुछ ही देर में इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने आसन से यह कहा- माइक ठोंकने में समय मत लगाइए, अपने आप आवाज आ जाएगी।