लखनऊ, १५ अप्रैल। सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में चल रहे अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव में १०४ देशों की शिक्षात्मक व प्रेरणादायी फिल्मों से प्रेरणा लेने आज १५ हजार की भारी संख्या में छात्र, शिक्षक व अभिभावक पधारे। इससे पहले, दीप प्रज्वलन समारोह के साथ बाल फिल्मोत्सव के छठे दिन का शुभारम्भ हुआ। इस अवसर पर अभिनेत्री सुश्री राजेश्वरी सचदेवा एवं अभिनेता श्री वरुण बडोला ने बच्चों का खूब उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर अभिनेत्री सुश्री राजेश्वरी सचदेवा ने कहा कि सी. एम. एस. का यह बाल फिल्मोत्सव अनूठा है जो किशोर व युवा पीढ़ी को स्वस्थ मनोरंजन प्रदान करने के साथ ही जीवन मूल्यों व चारित्रिक उत्कृष्टता की शिक्षा भी दे रहा है ।
आई.सी.एफ.एफ.-२०२३ के छठें दिन का शुभारम्भ आज हाओ ल्यो द्वारा निर्देशित चीन की बाल फिल्म ‘टीचर चैंग सन्नी डे’ से हुआ। सी.एम.एस कानपुर रोड के मेन ऑडिटोरियम के साथ ही अन्य सात मिनी आडिटोरियम में भी देश-विदेश की अनेक फिल्मों का आज प्रदर्शन हुआ, जिनमें द हॉट स्टोन, द नाइफ डेमन लीजेन्ड, बर्ड कीपर, स्पार्क ऑफ लाइफ, माई नेबर्स ड्रेस, ए टीचर्स लेसन, द फर्स्ट लेटर, सबक, डोन्ट टच, द गोल्ड चेन, विरासत, कीप ऑन लिविंग, नौकरी या व्यवसाय, आई एम नॉट आफ्रेड, ए फायरक्रकर, ए फोन काल, वंडरफुल मेड, टिवंकल लिटिल स्टार, कम कम रेन, अनोखा पिटारा, गुलाब गुल, धारावी टु बालीवुड आदि प्रमुख हैं ।
बाल फिल्म महोत्सव में पधारी अभिनेत्री सुश्री राजेश्वरी सचदेवा ने आज सी.एम.एस. कानपुर रोड पर आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से बातचीत की। इस अवसर पर सुश्री राजेश्वरी ने कहा कि हर चीज किताबों से या घर पर नहीं सीखी जा सकती। देश-विदेश की इन बाल फिल्मों में जीवन के विविध आयाम समाये हुए हैं जो छात्रों को सही व गलत का चुनाव करने की योग्यता प्रदान करेंगे। अभिनेता श्री वरुण बडोला ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि इस प्रेरणादायी महोत्सव में पूरे विश्व की एक से बढ़कर एक शिक्षात्मक फिल्में दिखाई जा रही हैं। फिल्म फेस्टिवल के चेयरमैन डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक अवसर है जो छात्रों को एवं खासकर युवा पीढ़ी को चरित्र निर्माण एवं सर्वांगीण विकास की प्रेरणा दे रहा है
सी.एम.एस. के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव के अन्तर्गत कल १६ अप्रैल, रविवार को प्रातः कालीन सत्र में विभिन्न देशों की बेहतरीन बाल फिल्मों को अलग-अलग वर्गों में १० लाख रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा जबकि बाल फिल्मों का प्रदर्शन अपरान्ह: सत्र में दोपहर १२.०० बजे से शुरू
होगा ।
