उत्तर प्रदेश में गांव की सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू होते ही परिवार के साथ ही नजदीकी रिश्तेदारों में दरार पडऩे लगी है। हाथरस में बड़े नेता माने जाने वाले रामवीर उपाध्याय के परिवार में ही जिला पंचायत सदस्य पद पर उम्मीदवारी को लेकर रार सामने आ गई है। शनिवार को यहां जिला पंचायत सदस्य पद पर रामवीर उपाध्याय की पत्नी पूर्व सांसद सीमा उपाध्याय ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उनकी देवरानी भाजपा प्रत्याशी रितु उपाध्याय रविवार को नामांकन करेंगी।
जिला पंचायत सदस्य पद के लिए भाजपा से टिकट पाने वाली छोटे भाई मुकुल की पत्नी के सामने रामवीर ने अपनी पूर्व सांसद पत्नी सीमा को को उतार दिया है। सीमा उपाध्याय जेठानी हैं तो रितु उपाध्याय देवरानी हैं। जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव में पूर्व मंत्री और सादाबाद से बसपा से निलंबित विधायक रामवीर उपाध्याय ने अपनी सियासी चाल चली। उन्होंने भाजपा से टिकट पाने वालीं छोटे भाई मुकुल की पत्नी रितु उपाध्याय के खिलाफ अपनी पत्नी सीमा उपाध्याय को उतारने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया। दोनों ही वार्ड नंबर 14 पर आमने-सामने होंगी। सीमा उपाध्याय ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंच कर नामांकन किया।
इसके बाद रामवीर उपाध्याय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कांफ्रेंस शुरू होते ही मुकुल उपाध्याय आगरा रोड पर रामवीर के आवास पर पहुंच गए। वह माइक पर बोल रहे रामवीर उपाध्याय के पैर छूने के लिए झुके तो रामवीर ने उन्हेंं वहां से जाने के लिए कह दिया। इसके बाद मुकुल उपाध्याय आंखों में आंसू लिए घर की गैलरी की तरफ चले गए। इस घटनाक्रम को लेकर सभी चौंक गए।