नई दिल्ली : लोकसभा में मानसून सत्र की कार्यवाही जारी है. बजट 2024 पर चर्च चल रही है. सांसद प्रश्न पूछ रहे हैं. कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने आज लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया और सीमा की स्थिति और चीन के साथ भारी व्यापार घाटे पर चर्चा की मांग की. इसी बीच एक हैरान कर देने वाला मामला आज लोकसभा में घटा है. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला एक मंत्री जी पर ही भड़क गए.
दरअसल संसद की कार्यवाही के बीच कोई मंत्री जी जेब में हाथ डालकर संसद आए थे. इसी बात को लेकर स्पीकर ओम बिरला नाराज हो गए. अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए ओम बिरला ने कहा ‘मंत्री जी हाथ जेब से बाहर. एक तो माननीय सदस्यगणों आपसे मैं आग्रह करता हूं कि हाथ जेब में डालकर सदन में ना आया करें. ठीक है ना.’
मंत्री जी को इसलिए सुना दिया…
इसके बाद मंत्री जी ने कुछ बोलने की कोशिश की. उसी समय वह और भड़क गए. उन्होंने कहा कि ‘क्यों बोल रहे आप मंत्री जी बीच में. क्या पूछना है जरा बताओ. क्या हाथ जेब में डालना अलाउ करोगे आप. दूसरा आग्रह यह है कि जब कोई माननीय सदस्य बोल रहा हो तो कोई सदस्य उस सदस्य को क्रॉस कर आगे ना बैठें. उनके पीछे जा कर बैठें.’
मालूम हो कि 23 जुलाई को पेश किए गए केंद्रीय बजट 2024-25 पर शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में चर्चा जारी रही. इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस सांसद और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के तहत “अघोषित आपातकाल” का आरोप लगाकर संसद में हलचल मचा दी और दावा किया कि वारिस पंजाब डे के प्रमुख और खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह, जो जेल में हैं, की “स्वतंत्र अभिव्यक्ति” को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के माध्यम से दबाया जा रहा है. इस बयान पर विवाद बढ़ने के बाद कांग्रेस ने चन्नी के बयान से किनारा कर लिया है.