मेरठ, जेएनएन। शरीर को आंतरिक और बाहरी तौर पर मजबूत रखने के लिए योग से बढ़कर कुछ भी नहीं है। कोविड ने लोगों को पूरी तरह से बता दिया कि अगर स्वस्थ रहना है तो दवाईयों के अलावा भी बहुत कुछ है, जिसे अपने जीवन में उतारना होगा। उसमें योग सबसे पहले है, जिसकी ओर लोग तेजी से मुड़े हैं। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में संस्कृत विभाग के शिक्षक डा. नरेंद्र कुमार तेवतिया पिछले कई साल से योग के दम पर अपनी सेहत को फिट रखे हुए हैं।
सुबह छह बजे उठने और दैनिक क्रियाओं के बाद नरेंद्र कुमार नियमित योग करते हैं। प्राणायाम, आसान और ध्यान से उन्होंने कई बीमारियों को नियंत्रित भी कर पाए हैं। वह बताते हैं कि वह कपालभाती, भस्त्रिका, अनुलोम-विलोम प्राणायाम, त्रिकोणासन, पादहस्तासन, ताड़ासन, पश्चिमोत्तानासन, सर्वांगासन, हलासन, नौकासन, मयूरासन आदि का नियमित अभ्यास करते हैं। इस योग से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से मजबूती आती है।