संस, कतरास: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया क्रेडिट कार्ड ग्राहकों को मुहैया कराकर जालसाजी और धोखे से मार्केटिग का हवाला देते हुए रुपये निकालने का गोरखधंधा फल फूल रहा है। ऐसा ही एक मामला शनिवार को कतरास थाना पहुंचा। शहर के दीपक गुप्ता ने कार्ड बनने वाली कंपनी एसबीआई कार्ड, सीपीपी ग्रुप इंडिया व कतरास एसबीआई के पदाधिकारियों पर जालसाजी व धोखे से बचत खाते से 18 हजार रुपये फर्जी तरीके से निकालने की लिखित शिकायत देकर पुलिस से गुहार किया है। अपने शिकायत में कहा है कि कतरास एसबीआई के महिला कर्मचारी ने फोन पर ब्रांच में बुलाकर पेन कार्ड, आधार कार्ड व फोटो लेकर नि: शुल्क क्रेडिट कार्ड को उपलब्ध कराया। क्रेडिट कार्ड आने पर बिना अनुमति के सीपीपी ग्रुप इंडिया ने पहले 12 जनवरी को 2499 रुपये काटे। उसके बाद 22 जनवरी को पासफर टेक्नोलॉजी बंगलौर के नाम पर 17,473/-रुपये कटे गये। उसके बाद सीपीपी असेस्टेंस के नाम पर कुल 2499 रुपए देने तथा पहले बिना अनुमति के खाते से ले लेने व पुन: वापस कर मेरे न्यास भंग कर लेने के संदर्भ में अनेक प्रयास करने के पश्चात जब क्रेडिट कार्ड से डेबिट किया गया। पैसा वापस नहीं मिला जिसके लिए दो महीनों तक टाल मटोल कर 23 फरवरी 2021 को मेरे बचत खाते से रकम को काटा गया। लगातार बैंक व एसबीआई कार्ड सेंटर बैंक मोड़ धनबाद गया तो मुझे इंटरनेशनल फ्रॉड के नाम पर पैसे काटने एवं प्रलोभित कर जालसाजी से न्यास अर्जित धोखे में रखकर रुपये प्राप्त करने के बारे में पता चला। इस साजिश में स्टेट बैंक के पदाधिकारियों, एसबीआई क्रेडिट कार्ड के कर्मचारी एवं सीपीपी ग्रुप इंश्योरेंस इंडिया की संलिप्तता से मेरे साथ धोखा के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाये।