पहले टीवी और फिर ‘रहना है तेरे दिल में’, ‘रंग दे बसंती’ और ‘3 ईडियट्स’ जैसी फ़िल्मों से गुज़रते हुए आर माधवन ने फ़िल्म इंडस्ट्री में लम्बा सफ़र तय कर लिया है। कुछ बेहतरीन दक्षिण भारतीय पड़ावों पर भी उनका नाम लिखा है और अब माधवन का फ़िल्मी सफ़र एक बेहद अहम मोड़ पर पहुंच गया है। ‘रॉकेट्री- द नाम्बी इफेक्ट’ के साथ माधवन निर्देशक बन गये हैं। गुरुवार को उनकी निर्देशकीय पारी की पहली फ़िल्म का ट्रेलर रिलीज़ हुआ तो उनके इस नये रूप और रंग को जमकर तारीफ़ें मिलीं।
‘रॉकेट्री- द नाम्बी इफेक्ट’ पांच भाषाओं हिंदी, अंग्रेज़ी, तमिल, तेलुगु और कन्नड़ में रिलीज़ की जाएगी। पांचों भाषाओं के ट्रेलर माधवन ने एक साथ ट्विटर पर शेयर किये हैं। ‘रॉकेट्री- द नाम्बी इफेक्ट’ बायोग्राफिकल ड्रामा फ़िल्म है, जो रॉकेट साइंटिस्ट और इसरो के एयरोस्पेस इंजीनियर नाम्बी नारायणन की कहानी है। नाम्बी पर दूसरे देशों के लिए जासूसी करने के आरोप लगे थे, जिसके चलते उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया था। 1996 में सीबीआई ने उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया और 1998 में सुप्रीम कोर्ट ने नाम्बी नारायणन को ‘नॉट गिल्टी’ करार दिया था। 2019 में उन्हें पद्म भूषण जैसे नागरिक सम्मान से नवाज़ा गया था।
नाम्बी नारायणन के किरदार में माधवन ने बेहतरीन काम किया है। फ़िल्म कई कालखंडों का सफ़र तय करेगी। समय के हिसाब से माधवन के किरदार में बदलाव नज़र आते हैं। सिमरन ने उनकी पत्नी का किरदार निभाया है। हिंदी ट्रेलर की शुरुआत शाह रुख़ ख़ान के साथ नाम्बी नारायणन के इंटरव्यू से होती है।