वाशिंगटन : अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है. इस बीच उप राष्ट्रपति कमला हैरिस फुल एक्शन में दिखाई दे रही हैं. हैरिस ने गुरुवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की. उन्होंने नेतन्याहू से वह बात कही जिसका पूरी दुनिया को एक लंबे अरसे से इंतजार था. हैरिस ने कहा कि इजरायल को शांति समझौते के लिए बातचीत पर रजामंद होना चाहिए. क्योंकि गाजा में मानवीय संकट तेजी से बढ़ता जा रहा है. वहां पर भुखमरी की समस्या दिन पर दिन विकराल होती जा रही है. लोगों को सुरक्षा के लिए लगातार शरण मांगनी पड़ रही है.
अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि वह गाजा के लोगों की परेशानियों और दुखों के लेकर चुप नहीं रहेंगी. हैरिस ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के सामने अपनी गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि युद्ध विराम समझौते को अंतिम रूप देने का समय आ गया है. वाशिंगटन में नेतन्याहू के साथ अपनी बैठक के बाद संभावित डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैरिस ने संवाददाताओं से कहा कि ‘इजरायल को अपना बचाव करने का अधिकार है और वह ऐसा कैसे करता है, यह मायने रखता है. पिछले नौ महीनों में गाजा में जो कुछ हुआ है, वह विनाशकारी है.’
गाजा के लोगों की पीड़ा को जाहिर की
गाजा के लोगों की पीड़ा को जाहिर करते हुए कमला हैरिस ने कहा कि ‘मरे हुए बच्चों की लाशें और हताश भूखे लोगों की तस्वीरें दिखती हैं. लोग सुरक्षा के लिए भागते हैं, कभी-कभी दूसरी, तीसरी या चौथी बार विस्थापित होते हैं. हम इन त्रासदियों के सामने आंखें नहीं मूंद सकते. हम खुद को पीड़ा के प्रति सुन्न नहीं होने दे सकते और मैं चुप नहीं रहूंगी.’
साफगोई से रखा बयान
कमला हैरिस के इस बयान को गाजा में संघर्ष पर उनके विचारों की अब तक सबसे साफगोई से रखा गया बयान माना जा रहा है. क्योंकि वह लगातार इस मुद्दे पर डेमोक्रेटिक पार्टी के भीतर संतुलन कायम करने का काम करती रही हैं. गाजा जंग ने न केवल अमेरिका में लोगों को विभाजित किया है बल्कि डेमोक्रेटिक पार्टी के भीतर संघर्ष पैदा किया है. हैरिस ने इजरायल के लिए अमेरिका के अडिग समर्थन और अटूट प्रतिबद्धता के बारे में राष्ट्रपति जो बाइडन की बार-बार की गई टिप्पणियों को दोहराया, लेकिन उन्होंने जंग को खत्म करने पर जोर दिया.