अहमदाबाद। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का अहमदाबाद दौरा शुरू होते ही हंगामा मच गया। दोपहर करीब 1 बजे जैसे ही राहुल अहमदाबाद पहुंचे, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उनके पुतले जलाए। ये विरोध संसद में राहुल के कथित हिंदू विरोधी बयान को लेकर था।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने तुरंत हरकत में आकर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया और रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात कर दिया। आसपास के इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई, जिससे कोई अप्रिय घटना न हो।
राहुल गांधी ने इस विरोध का जवाब अपने अंदाज में दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “जब अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हुआ, तो मैंने सोचा कि मोदीजी ने इसका उद्घाटन किया, लेकिन वहां अंबानी-अडानी तो दिखे, पर कोई गरीब नहीं था।”
राहुल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “चुनाव में बीजेपी का पूरा मूवमेंट राम मंदिर और अयोध्या के इर्द-गिर्द ही था, जिसकी शुरुआत आडवाणी जी ने की थी। मोदीजी ने तो सिर्फ उनकी मदद की थी।”
राहुल का यह बयान दर्शाता है कि वे बीजेपी के धार्मिक एजेंडे को चुनौती देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अहमदाबाद में राहुल की यह यात्रा न सिर्फ राजनीतिक बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।